Hanse Khele Na Karein Man Bhang: Gorakh Vani (हंसे खेले न करें मन भंग गोरख वाणी)
ओशो के प्रखर विचारों ने, ओजस्वी वाणी ने मनुष्यता के दुश्मनों पर, संप्रदायों पर, मठाधीशों पर, अंधे राजनेताओं पर, जोरदार प्रहार किया। लेकिन पत्र-पत्रिकाओं ने छापीं या तो ओशो पर चटपटी मनगढंत खबरें या उनकी निंदा की, भ्रम के बादल फैलाए। ये भ्रम के बादल आड़े आ गये ओशो और लोगों के। जैसे सूरज के आगे बादल आ जाते हैं। इससे देर हुई। इससे देर हो रही है मनुष्य के सौभाग्य को मनुष्य तक पहुंचने में।
1142908471
Hanse Khele Na Karein Man Bhang: Gorakh Vani (हंसे खेले न करें मन भंग गोरख वाणी)
ओशो के प्रखर विचारों ने, ओजस्वी वाणी ने मनुष्यता के दुश्मनों पर, संप्रदायों पर, मठाधीशों पर, अंधे राजनेताओं पर, जोरदार प्रहार किया। लेकिन पत्र-पत्रिकाओं ने छापीं या तो ओशो पर चटपटी मनगढंत खबरें या उनकी निंदा की, भ्रम के बादल फैलाए। ये भ्रम के बादल आड़े आ गये ओशो और लोगों के। जैसे सूरज के आगे बादल आ जाते हैं। इससे देर हुई। इससे देर हो रही है मनुष्य के सौभाग्य को मनुष्य तक पहुंचने में।
11.99 In Stock
Hanse Khele Na Karein Man Bhang: Gorakh Vani (हंसे खेले न करें मन भंग गोरख वाणी)

Hanse Khele Na Karein Man Bhang: Gorakh Vani (हंसे खेले न करें मन भंग गोरख वाणी)

by Osho
Hanse Khele Na Karein Man Bhang: Gorakh Vani (हंसे खेले न करें मन भंग गोरख वाणी)

Hanse Khele Na Karein Man Bhang: Gorakh Vani (हंसे खेले न करें मन भंग गोरख वाणी)

by Osho

Paperback

$11.99 
  • SHIP THIS ITEM
    In stock. Ships in 1-2 days.
  • PICK UP IN STORE

    Your local store may have stock of this item.

Related collections and offers


Overview

ओशो के प्रखर विचारों ने, ओजस्वी वाणी ने मनुष्यता के दुश्मनों पर, संप्रदायों पर, मठाधीशों पर, अंधे राजनेताओं पर, जोरदार प्रहार किया। लेकिन पत्र-पत्रिकाओं ने छापीं या तो ओशो पर चटपटी मनगढंत खबरें या उनकी निंदा की, भ्रम के बादल फैलाए। ये भ्रम के बादल आड़े आ गये ओशो और लोगों के। जैसे सूरज के आगे बादल आ जाते हैं। इससे देर हुई। इससे देर हो रही है मनुष्य के सौभाग्य को मनुष्य तक पहुंचने में।

Product Details

ISBN-13: 9788171822447
Publisher: Diamond Pocket Books Pvt Ltd
Publication date: 12/17/2022
Pages: 136
Product dimensions: 5.50(w) x 8.50(h) x 0.32(d)
Language: Hindi
From the B&N Reads Blog

Customer Reviews