Jeevan Ki Khoj (जीवन की खोज)
जीवन क्या है?
उस जीवन के प्रति प्यास तभी पैदा हो सकती है, जब हमें यह स्पष्ट बोध हो जाए, हमारी चेतना इस बात को ग्रहण कर ले कि जिसे हम जीवन जान रहे हैं, वह जीवन नहीं है । जीवन को जीवन मान कर कोई व्यक्ति वास्तविक जीवन की तरफ कैसे जाएगा? जीवन जब मृत्यु की भांति दिखाई पड़ता है, तो अचानक हमारे भीतर कोई प्यास, जो जन्म-जन्म से सोई हुई है, जाग कर खड़ी हो जाती है । हम दूसरे आदमी हो जाते हैं। आप वही हैं, जो आपकी प्यास है । अगर आपकी प्यास धन के लिए है, मन के लिए है, अगर आपकी प्यास पद के लिए है, तो आप वही हैं, उसी कोटि के व्यक्ति हैं। अगर आपकी प्यास जीवन के लिए है, तो आप दूसरे व्यक्ति हो जाएंगे। आपका पुनर्जन्म हो जाएगा।
ओशो
पुस्तक के कुछ मुख्य विषय-बिंदुः
* वास्तविक जीवन क्या है?
* चित्त की स्वतंत्रता ही सत्य का मार्ग है
* न तो विचार द्वार है न अविचार द्वार है--द्वार है निर्विचार-सजगता
* जीवन को तो वही उपलब्ध होगा, जो जागरण के पक्ष में हो
1139709571
उस जीवन के प्रति प्यास तभी पैदा हो सकती है, जब हमें यह स्पष्ट बोध हो जाए, हमारी चेतना इस बात को ग्रहण कर ले कि जिसे हम जीवन जान रहे हैं, वह जीवन नहीं है । जीवन को जीवन मान कर कोई व्यक्ति वास्तविक जीवन की तरफ कैसे जाएगा? जीवन जब मृत्यु की भांति दिखाई पड़ता है, तो अचानक हमारे भीतर कोई प्यास, जो जन्म-जन्म से सोई हुई है, जाग कर खड़ी हो जाती है । हम दूसरे आदमी हो जाते हैं। आप वही हैं, जो आपकी प्यास है । अगर आपकी प्यास धन के लिए है, मन के लिए है, अगर आपकी प्यास पद के लिए है, तो आप वही हैं, उसी कोटि के व्यक्ति हैं। अगर आपकी प्यास जीवन के लिए है, तो आप दूसरे व्यक्ति हो जाएंगे। आपका पुनर्जन्म हो जाएगा।
ओशो
पुस्तक के कुछ मुख्य विषय-बिंदुः
* वास्तविक जीवन क्या है?
* चित्त की स्वतंत्रता ही सत्य का मार्ग है
* न तो विचार द्वार है न अविचार द्वार है--द्वार है निर्विचार-सजगता
* जीवन को तो वही उपलब्ध होगा, जो जागरण के पक्ष में हो
Jeevan Ki Khoj (जीवन की खोज)
जीवन क्या है?
उस जीवन के प्रति प्यास तभी पैदा हो सकती है, जब हमें यह स्पष्ट बोध हो जाए, हमारी चेतना इस बात को ग्रहण कर ले कि जिसे हम जीवन जान रहे हैं, वह जीवन नहीं है । जीवन को जीवन मान कर कोई व्यक्ति वास्तविक जीवन की तरफ कैसे जाएगा? जीवन जब मृत्यु की भांति दिखाई पड़ता है, तो अचानक हमारे भीतर कोई प्यास, जो जन्म-जन्म से सोई हुई है, जाग कर खड़ी हो जाती है । हम दूसरे आदमी हो जाते हैं। आप वही हैं, जो आपकी प्यास है । अगर आपकी प्यास धन के लिए है, मन के लिए है, अगर आपकी प्यास पद के लिए है, तो आप वही हैं, उसी कोटि के व्यक्ति हैं। अगर आपकी प्यास जीवन के लिए है, तो आप दूसरे व्यक्ति हो जाएंगे। आपका पुनर्जन्म हो जाएगा।
ओशो
पुस्तक के कुछ मुख्य विषय-बिंदुः
* वास्तविक जीवन क्या है?
* चित्त की स्वतंत्रता ही सत्य का मार्ग है
* न तो विचार द्वार है न अविचार द्वार है--द्वार है निर्विचार-सजगता
* जीवन को तो वही उपलब्ध होगा, जो जागरण के पक्ष में हो
उस जीवन के प्रति प्यास तभी पैदा हो सकती है, जब हमें यह स्पष्ट बोध हो जाए, हमारी चेतना इस बात को ग्रहण कर ले कि जिसे हम जीवन जान रहे हैं, वह जीवन नहीं है । जीवन को जीवन मान कर कोई व्यक्ति वास्तविक जीवन की तरफ कैसे जाएगा? जीवन जब मृत्यु की भांति दिखाई पड़ता है, तो अचानक हमारे भीतर कोई प्यास, जो जन्म-जन्म से सोई हुई है, जाग कर खड़ी हो जाती है । हम दूसरे आदमी हो जाते हैं। आप वही हैं, जो आपकी प्यास है । अगर आपकी प्यास धन के लिए है, मन के लिए है, अगर आपकी प्यास पद के लिए है, तो आप वही हैं, उसी कोटि के व्यक्ति हैं। अगर आपकी प्यास जीवन के लिए है, तो आप दूसरे व्यक्ति हो जाएंगे। आपका पुनर्जन्म हो जाएगा।
ओशो
पुस्तक के कुछ मुख्य विषय-बिंदुः
* वास्तविक जीवन क्या है?
* चित्त की स्वतंत्रता ही सत्य का मार्ग है
* न तो विचार द्वार है न अविचार द्वार है--द्वार है निर्विचार-सजगता
* जीवन को तो वही उपलब्ध होगा, जो जागरण के पक्ष में हो
24.99
In Stock
5
1

Jeevan Ki Khoj (जीवन की खोज)
136
Jeevan Ki Khoj (जीवन की खोज)
136
24.99
In Stock
Product Details
ISBN-13: | 9789354869143 |
---|---|
Publisher: | Diamond Pocket Books Pvt Ltd |
Publication date: | 04/03/2024 |
Pages: | 136 |
Product dimensions: | 5.50(w) x 8.50(h) x 0.44(d) |
Language: | Hindi |
From the B&N Reads Blog