About the book:
ये कहानी 'अभय शर्मा' की है। जिसकी उम्र करीब २६ या २७ होगी। जो एक बार टेन्डर मे काम करता है। अचानक एक रात वो किड्नैप हो जाता है, एक साइअन्टिस्ट और एक रिसर्च असिस्टन्ट के चलते। साइअन्टिस्ट प्रो. 'श्यामलाल मेहता' करीब ६० साल के है। और रिसर्च असिस्टन्ट 'नंदनी मुखर्जी' जो की उसकी उम्र ३५ साल है। प्रो. 'श्यामलाल मेहता' ने एक मशीन बनाई है जिसे मेमोरी रीकॉल कहते है। उस से इंसान की यादें देखि जा सकती है, जिस से इंसान अपनी यादश्त कभी भूल नहीं सकता। और इस मशीन से पिछले जन्म की यादें भी देखि जा सकती है। और जब 'अभय' को किड्नैप करते है, तब उसे पता चलता है की, उसके कई राज है जो पिछले जन्म से जुड़े है। और वो वही एक लौता है जो दुनिया को बचा सकता है। एक सुनहरी गेंद से। मगर क्या वो कर पाएगा?