क्या आप ध्यान करना चाहते हैं लेकिन नहीं जानते कि कहाँ से शुरू करें?
इस पुस्तक में स्वामी विवेकानंद ध्यान की मूल बातें बहुत ही साफ़ और सरल ढंग से समझाते हैं। वह बताते हैं कि ध्यान सिर्फ बैठने या आंखें बंद करने का अभ्यास नहीं है, बल्कि यह आत्म-चिंतन, मन की एकाग्रता और अंदर की शांति तक पहुँचने का एक रास्ता है।
यह पुस्तक ध्यान की शुरुआत करने वालों के लिए भी उपयोगी है और उन लोगों के लिए भी जो अपने अभ्यास को गहराई देना चाहते हैं।
इस पुस्तक में आप पाएंगे - ध्यान क्या है और क्यों ज़रूरी है- ध्यान करने की आसान और प्रभावी विधियाँ- मन को शांत करने के व्यावहारिक उपाय- ध्यान में आने वाली कठिनाइयों का समाधान
अगर आप मानसिक शांति, आत्म-जागरूकता और आंतरिक स्थिरता की तलाश में हैं, तो यह पुस्तक आपकी मदद करेगी।
क्या आप ध्यान करना चाहते हैं लेकिन नहीं जानते कि कहाँ से शुरू करें?
इस पुस्तक में स्वामी विवेकानंद ध्यान की मूल बातें बहुत ही साफ़ और सरल ढंग से समझाते हैं। वह बताते हैं कि ध्यान सिर्फ बैठने या आंखें बंद करने का अभ्यास नहीं है, बल्कि यह आत्म-चिंतन, मन की एकाग्रता और अंदर की शांति तक पहुँचने का एक रास्ता है।
यह पुस्तक ध्यान की शुरुआत करने वालों के लिए भी उपयोगी है और उन लोगों के लिए भी जो अपने अभ्यास को गहराई देना चाहते हैं।
इस पुस्तक में आप पाएंगे - ध्यान क्या है और क्यों ज़रूरी है- ध्यान करने की आसान और प्रभावी विधियाँ- मन को शांत करने के व्यावहारिक उपाय- ध्यान में आने वाली कठिनाइयों का समाधान
अगर आप मानसिक शांति, आत्म-जागरूकता और आंतरिक स्थिरता की तलाश में हैं, तो यह पुस्तक आपकी मदद करेगी।

ध्यान और उसकी विधियाँ
154
ध्यान और उसकी विधियाँ
154Product Details
ISBN-13: | 9789363112582 |
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Publisher: | Cby Press |
Publication date: | 06/03/2025 |
Pages: | 154 |
Product dimensions: | 6.00(w) x 9.00(h) x 0.36(d) |
Language: | Hindi |