Jas Panihar Dhare Sir Gagar
ओशो की वाणी आत्म-विद्या की बुद्धत्व प्राप्त वाणी है। उनके प्रवचन पढ़ना एक ध्यान प्रक्रिया है।
ऐसी प्रक्रिया जो मन और मन के समस्त द्वंद्वों के पार ले जाती है।
मंगेश पाडगांवकर (सुप्रसिद्ध मराठी कवि)
1145421096
ऐसी प्रक्रिया जो मन और मन के समस्त द्वंद्वों के पार ले जाती है।
मंगेश पाडगांवकर (सुप्रसिद्ध मराठी कवि)
Jas Panihar Dhare Sir Gagar
ओशो की वाणी आत्म-विद्या की बुद्धत्व प्राप्त वाणी है। उनके प्रवचन पढ़ना एक ध्यान प्रक्रिया है।
ऐसी प्रक्रिया जो मन और मन के समस्त द्वंद्वों के पार ले जाती है।
मंगेश पाडगांवकर (सुप्रसिद्ध मराठी कवि)
ऐसी प्रक्रिया जो मन और मन के समस्त द्वंद्वों के पार ले जाती है।
मंगेश पाडगांवकर (सुप्रसिद्ध मराठी कवि)
19.99
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Jas Panihar Dhare Sir Gagar
314
Jas Panihar Dhare Sir Gagar
314Paperback
$19.99
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Product Details
ISBN-13: | 9788171822560 |
---|---|
Publisher: | Diamond Pocket Books Pvt Ltd |
Publication date: | 06/22/2022 |
Pages: | 314 |
Product dimensions: | 5.50(w) x 8.50(h) x 0.70(d) |
Language: | Hindi |
From the B&N Reads Blog