'पर्वतारोहण पुस्तिका' उन ट्रेकर्स या नए पर्वतारोहियों के लिए उपयोगी होगी जो ऊँचाई पर जाना चाहते हैं, या उन अनुभवी पर्वतारोहियों के लिए जो जंगल में तकनीकी पहलुओं को फिर से समझना चाहते हैं। लेखक ने यह प्रयास किया है कि जो ज्ञान एक बुनियादी पर्वतारोहण कोर्स पूरा करने पर प्राप्त होता है, उसे इस पुस्तक के माध्यम से प्रस्तुत किया जाए।
पुस्तक में पर्वतारोहण से जुड़े अनेक विषयों को शामिल किया गया है, जैसे
चढ़ाई के लिए एंकर बनाना, बेलaying की मुख्य विधियाँ, रैपलिंग, जुमारिंग, रॉक क्लाइम्बिंग, स्नो क्राफ्ट, आइस क्राफ्ट, हिमस्खलन, हिमनदियाँ, भारत की पर्वत श्रृंखलाएँ, टेंट लगाना, नदी पार करना और नक्शे को नेविगेशन टूल के रूप में इस्तेमाल करना।
सुरक्षा और जोखिम के पहलुओं को भी विस्तार से समझाया गया है - जैसे उच्च ऊँचाई पर शरीर का अनुकूलन, हिमस्खलन से बचाव, जीवित रहने की तकनीकें, दुर्घटनाओं से बचाव, ठंडी से होने वाली चोटें और प्राथमिक चिकित्सा।
लेखक ने जंगल और पहाड़ियों की प्राकृतिक सुंदरता को बनाए रखने के प्रति पाठकों में जागरूकता फैलाने का प्रयास किया है - ""नो ट्रेस"" सिद्धांत, पर्वतारोहण के नियम-कायदे, शिविर स्थल का चयन, जलवायु परिवर्तन, शिविर की सफाई और स्वच्छता जैसे पहलुओं पर विशेष ध्यान दिया गया है।
इस पुस्तक की एक प्रमुख विशेषता यह है कि इसमें शारीरिक प्रशिक्षण अभ्यासों पर जोर दिया गया है और पर्वतारोहण संस्थानों में प्रवेश की प्रक्रिया का उल्लेख है - जैसे पात्रता की शर्तें, प्रवेश प्रक्रिया, चिकित्सा मानदंड और 28-दिवसीय कोर्स का यात्रा कार्यक्रम।
'पर्वतारोहण पुस्तिका' उन ट्रेकर्स या नए पर्वतारोहियों के लिए उपयोगी होगी जो ऊँचाई पर जाना चाहते हैं, या उन अनुभवी पर्वतारोहियों के लिए जो जंगल में तकनीकी पहलुओं को फिर से समझना चाहते हैं। लेखक ने यह प्रयास किया है कि जो ज्ञान एक बुनियादी पर्वतारोहण कोर्स पूरा करने पर प्राप्त होता है, उसे इस पुस्तक के माध्यम से प्रस्तुत किया जाए।
पुस्तक में पर्वतारोहण से जुड़े अनेक विषयों को शामिल किया गया है, जैसे
चढ़ाई के लिए एंकर बनाना, बेलaying की मुख्य विधियाँ, रैपलिंग, जुमारिंग, रॉक क्लाइम्बिंग, स्नो क्राफ्ट, आइस क्राफ्ट, हिमस्खलन, हिमनदियाँ, भारत की पर्वत श्रृंखलाएँ, टेंट लगाना, नदी पार करना और नक्शे को नेविगेशन टूल के रूप में इस्तेमाल करना।
सुरक्षा और जोखिम के पहलुओं को भी विस्तार से समझाया गया है - जैसे उच्च ऊँचाई पर शरीर का अनुकूलन, हिमस्खलन से बचाव, जीवित रहने की तकनीकें, दुर्घटनाओं से बचाव, ठंडी से होने वाली चोटें और प्राथमिक चिकित्सा।
लेखक ने जंगल और पहाड़ियों की प्राकृतिक सुंदरता को बनाए रखने के प्रति पाठकों में जागरूकता फैलाने का प्रयास किया है - ""नो ट्रेस"" सिद्धांत, पर्वतारोहण के नियम-कायदे, शिविर स्थल का चयन, जलवायु परिवर्तन, शिविर की सफाई और स्वच्छता जैसे पहलुओं पर विशेष ध्यान दिया गया है।
इस पुस्तक की एक प्रमुख विशेषता यह है कि इसमें शारीरिक प्रशिक्षण अभ्यासों पर जोर दिया गया है और पर्वतारोहण संस्थानों में प्रवेश की प्रक्रिया का उल्लेख है - जैसे पात्रता की शर्तें, प्रवेश प्रक्रिया, चिकित्सा मानदंड और 28-दिवसीय कोर्स का यात्रा कार्यक्रम।

The Mountaineering Handbook Hindi Version
316
The Mountaineering Handbook Hindi Version
316Product Details
ISBN-13: | 9789370096097 |
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Publisher: | Ukiyoto Publishing |
Publication date: | 06/23/2025 |
Pages: | 316 |
Product dimensions: | 6.00(w) x 9.00(h) x 0.71(d) |
Language: | Hindi |