छेड़ दो तार
छेड़ दो तार वीणा के हे शारदे
मन में दीपक प्रभा का दमकने लगे
खिल उठें सारी कलियाँ
पवन झूम ले
गुन गुनायें ये पंक्षी
गगन चूम ले
प्यार ही प्यार हो
हर दिशाओं में अब
छेड़ दो तार
छेड़ दो तार वीणा के हे शारदे
मन में दीपक प्रभा का दमकने लगे
खिल उठें सारी कलियाँ
पवन झूम ले
गुन गुनायें ये पंक्षी
गगन चूम ले
प्यार ही प्यार हो
हर दिशाओं में अब
छेड़ दो तार
छेड़ दो तार वीणा के हे शारदे
मन में दीपक प्रभा का दमकने लगे
खिल उठें सारी कलियाँ
पवन झूम ले
गुन गुनायें ये पंक्षी
गगन चूम ले
प्यार ही प्यार हो
हर दिशाओं में अब
छेड़ दो तार
छेड़ दो तार वीणा के हे शारदे
मन में दीपक प्रभा का दमकने लगे
खिल उठें सारी कलियाँ
पवन झूम ले
गुन गुनायें ये पंक्षी
गगन चूम ले
प्यार ही प्यार हो
हर दिशाओं में अब
छेड़ दो तार
छेड़ दो तार वीणा के हे शारदे
मन में दीपक प्रभा का दमकने लगे
खिल उठें सारी कलियाँ
पवन झूम ले
गुन गुनायें ये पंक्षी
गगन चूम ले
प्यार ही प्यार हो
हर दिशाओं में अब
छेड़ दो तार
छेड़ दो तार वीणा के हे शारदे
मन में दीपक प्रभा का दमकने लगे
खिल उठें सारी कलियाँ
पवन झूम ले
गुन गुनायें ये पंक्षी
गगन चूम ले
प्यार ही प्यार हो
हर दिशाओं में अब
छेड़ दो तार
छेड़ दो तार वीणा के हे शारदे
मन में दीपक प्रभा का दमकने लगे
खिल उठें सारी कलियाँ
पवन झूम ले
गुन गुनायें ये पंक्षी
गगन चूम ले
प्यार ही प्यार हो
हर दिशाओं में अब
छेड़ दो तार
छेड़ दो तार वीणा के हे शारदे
मन में दीपक प्रभा का दमकने लगे
खिल उठें सारी कलियाँ
पवन झूम ले
गुन गुनायें ये पंक्षी
गगन चूम ले
प्यार ही प्यार हो
हर दिशाओं में अब

chera do tara (kavya sangraha)

chera do tara (kavya sangraha)
Product Details
BN ID: | 2940155267287 |
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Publisher: | ?????? ?????????? |
Publication date: | 05/23/2018 |
Sold by: | Smashwords |
Format: | eBook |
File size: | 244 KB |
Language: | Hindi |