नाइन..., नौ रचनाओं का संग्रह है, जहाँ एक ओर “हर पल”, “समंदर”, “सच”, और “जीवन-चक्र” जैसी रचनायें हैं जो जीवन और जीवनशैली के पहलुओं पर नज़र डालती हैं और “अगली बार” जैसी कहानी भी है जिसमें हास्य का पुट है। वहीं दूसरी ओर हैं, “वो आँखें”, “स्कूल”, “पहली नज़र का फेर”, और “थैंक्यू सर” जो जीवन के सबसे खूबसूरत अहसास “प्यार” के विभिन्न स्वरूपों से अवगत कराती हैं।
“बूँदों की सरगम, मिट्टी की खुशबू,
महकते हुए, यह गगन गा रहा है।
ना झटको परे, इन मोतियों को,
खो जाओ इनमें, यह हर पल कह रहा है।”
नाइन..., नौ रचनाओं का संग्रह है, जहाँ एक ओर “हर पल”, “समंदर”, “सच”, और “जीवन-चक्र” जैसी रचनायें हैं जो जीवन और जीवनशैली के पहलुओं पर नज़र डालती हैं और “अगली बार” जैसी कहानी भी है जिसमें हास्य का पुट है। वहीं दूसरी ओर हैं, “वो आँखें”, “स्कूल”, “पहली नज़र का फेर”, और “थैंक्यू सर” जो जीवन के सबसे खूबसूरत अहसास “प्यार” के विभिन्न स्वरूपों से अवगत कराती हैं।
“बूँदों की सरगम, मिट्टी की खुशबू,
महकते हुए, यह गगन गा रहा है।
ना झटको परे, इन मोतियों को,
खो जाओ इनमें, यह हर पल कह रहा है।”

na'ina

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Product Details
BN ID: | 2940045752374 |
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Publisher: | Prem Mohan |
Publication date: | 03/06/2014 |
Sold by: | Smashwords |
Format: | eBook |
File size: | 161 KB |
Language: | Hindi |